सूफी परंपरा को इस्लामी रहस्यवाद भी कहते हैं। अरबो (मुसलमानों) के तीसरे खलीफा उस्मान के विरुद्ध कई प्रकार के आरोप थे जिसमें एक आरोप यह भी था कि वो अपने सजातीय लोगो (बनू उमैय्या) को शासन प्रशासन में अधिक भागेदारी दे रहें हैं। जिसकारण उनके विरुद्ध विद्रोह कर उनकी हत्या कर दी गई। ऐसी परिस्तिथि में अली को खलीफा नियुक्त किया जाता है। …
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