Tag: Hajj
हज: आस्था, एकता और बराबरी की एक रूहानी यात्रा
by Arif Aziz | Jun 5, 2025 | Culture and Heritage | 0 |
**सारांश (100 शब्दों में):**
हज इस्लाम के पाँच स्तंभों में से एक है, लेकिन यह सिर्फ़ धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि इंसानियत, बराबरी और एकता का प्रतीक है। हर साल लाखों मुसलमान एक जैसी पोशाक में, नस्ल, हैसियत और ज़ुबान से ऊपर उठकर इबादत करते हैं। तवाफ़, सई और अराफात जैसे अमल आत्मसमर्पण, इतिहास और आत्ममंथन का संदेश देते हैं। यह सफ़र सब्र, नम्रता और दूसरों की फिक्र सिखाता है। मैल्कम एक्स जैसे लोगों ने हज के ज़रिए नस्लभेद के खिलाफ नई सोच पाई। हज सिखाता है कि असली पहचान किरदार और नियत में है। यह पूरी इंसानियत को बराबरी और भाईचारे का पैग़ाम देता है।
Read More
Recent Posts
- बिहार से भारत तक: अब्दुल क़य्यूम अंसारी को भारत रत्न देने का समय
- From Bihar to Bharat: Time to honour Pasmanda Patriot, Abdul Qayyum Ansari
- हॉलीवुड, पश्चिमी मीडिया और ईरान: छवि निर्माण की राजनीति
- टॉर्चेस ऑफ़ फ्रीडम: जब नारीवादी आंदोलन को पूंजीवाद ने अपने लाभ के लिए इस्तेमाल किया
- मऊ की गलियों में CPI की खोई हुई आवाज़
Recent Comments
No comments to show.