Tag: Liberation Theology
धर्म: शोषण का औज़ार या मुक्ति का माध्यम?
by Abdullah Mansoor | Feb 16, 2025 | Culture and Heritage, Social Justice and Activism | 0 |
मसऊद आलम फलाही जैसे विचारकों ने धार्मिक ग्रंथों की नई व्याख्या प्रस्तुत की। उन्होंने इस्लामिक शिक्षाओं से समानता और न्याय का संदेश खोजा और साबित किया कि धर्म दमनकारी नहीं बल्कि मुक्ति दिलाने वाला हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका में अपार्थाइड विरोधी संघर्ष इसका एक उदाहरण है जहां आर्कबिशप डेसमंड टूटू ने ईसाई सिद्धांतों का उपयोग करते हुए नस्लीय समानता की वकालत की। मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने भी बाइबिल की शिक्षाओं पर आधारित आंदोलन चलाया जिससे नस्लीय भेदभाव समाप्त हुआ।
Read More
Recent Posts
- पसमांदा आंदोलन का संक्षिप्त इतिहास
- The Transformative Power of Fasting: Ramadan’s Gift to Body and Soul
- Why women education is important from Islamic point of view
- भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडी: हास्य और अश्लीलता के बीच संतुलन की खोज
- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: मतदाताओं की बदलती प्राथमिकताओं और उनके निर्णयों का विश्लेषण
Recent Comments
No comments to show.